Youtube VVR : गूगल ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि आज से यूट्यूब , वीडियो हिंसात्मक दृश्य दर (Violative View Rate से पारदर्शिता का पता कर जवाबदेही देने के लिए इस vvr को शुरू करेगी। यूट्यूब पहले automated flagging से हिंसात्मक वीडियो को पहचान लेता है और 75% ऐसी हिंसात्मक वीडियो भी हैं, जिन्हे यूट्यूब 10 व्यूज आने के बाद ही remove कर देता है।
अगर हम सही वाक्य में बताएं तो मशीन लर्निंग में यूट्यूब पर एक बहुत बड़े निवेश की वजह से 2017 के 3 महीनों की तुलना में हिंसात्मक दृश्य दर 70% से अधिक नीचे चला गया है।
हिंसात्मक दृश्य दर से हमें यूट्यूब की निर्धारित नीतियों का उल्लंघन करने वाली सामग्रियों का पता चलता है। 2017 से ही गूगल की टीम ने इन सामग्रियों पर नजर रखना शुरू कर दिया था और उन्होंने अपने इस प्रयोग में पाया की इससे हिंसात्मक दृश्य दर में कमी हो रही है जो कि एक बेहद ही अच्छी बात है । हाल ही में 0.16-0.18% गिरावट देखी गई है जिसका मतलब की यूट्यूब पर प्रत्येक 10,000 व्यूज़ से बाहर है मतलब की इसके अंतर्गत 16 से 18% सामग्री ही आती है और आगे भी हम हिंसात्मक दृश्य दर को हर 3 महीने में अपडेट करते रहेंगे।।
हिंसात्मक दृश्य दर का डाटा यह समझने के लिए अच्छा तरीका है की दर्शक कितने ज्यादा हिंसात्मक एवं हानिकारक सामग्री को प्रभावित करते हैं या उससे कितना प्रभावित होते हैं। और इससे हम यह जान सकेंगे कि हमें कहां सुधार करने की आवश्यकता है।
हिंसात्मक दृश्य दर का डाटा हमारे एप्लीकेशन की सुरक्षा के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण रोल साझा करता है । जैसे किसी हानिकारक एवं हिंसक सामग्री वाली वीडियो को हटाने के लिए टर्नअराउंड समय जैसी कईं मैट्रिक्स महत्वपूर्ण है, लेकिन उन मैट्रिक्स से वें दर्शक पर हुए हिंसक सामग्री के असली प्रभाव को नहीं पकड़ सकती।
जैसे मान ले की एक हिंसक सामग्री वाली वीडियो को 100 दृश्य हटा देने से कुछ घंटे पहले ही मिले हैं, पर वह कुछ घंटों में ही हजारों विचारो तक पहुंच चुकी है इसका मतलब यह है कि उसका प्रभाव अधिक पड़ा है।।
हिंसात्मक दृश्य दर में उतार-चढ़ाव आता ही रहेगा। जैसे कि अगर हम अपनी किसी नीति को अपडेट करेंगे तो उसके कुछ समय बाद ही आप यह देख पाएंगे कि वह संख्या अस्थाई रूप से ऊपर जाना शुरु कर देती है। क्योंकि हमारे कंट्रोल पैनलस में हिंसात्मक एवं हमारी नीतियों को हानि पहुंचाने वाली सामग्रियों को पकड़ने के लिए रैंप उपलब्ध होता है जिसे एक हिंसक के रूप में अलग वर्ग दिया जाता है।
जैसे हम यूट्यूब की किसी एक वीडियो का नमूना लेते हैं और हमारे कंटेंट टेस्टर्स को वह भेजेंगे । और कंटेंट टेस्टर्स सामग्री के हिंसात्मक दृश्य दर की गणना करते हैं जिससे हमें यह पता चलता है कि कि वह वीडियो हमारी नीतियों का उल्लंघन करती है या नहीं।
हमारी पूरी टीम का लक्ष्य अपने दर्शकों को रोमांचित करना है। अपनी जिम्मेदारी हम पूरे ही धैर्य और निष्ठा से निभा रहे हैं । 2017 के बाद दिए गए दिशा निर्देशों के बाद हिंसात्मक दृश्य दर (वीवीआर) की नीतियों में और ज्यादा सुधार लाया गया है। हिंसात्मक सामग्री से अपने दर्शकों को बचाने के लिए हिंसात्मक दृश्य दर हमारी सहायता करेगा।।