RK The Shayri World |
1.वो शक्श जो है कि मुझ से मोहब्बत नहीं करता,
वो हस्ता है मुझे देख के नफरत नहीं करता,
मेरे सजदे कि गवाही अब उसे कोन दे जनाब
किसी को दिखाकर मैं उसकी इबाबत नहीं करता,,,,
एक तम्मना है मेरी साथ बस वही एक सक्श हो,
इस से बढ़ कर अब मैं अपनी कोई चाहत नहीं करता।
ऐसे शख्स को चाह रहा हूँ मैं,जो मेरा हो नही सकता,
इश्क़ भी उसका अब मुझे भूल भुल्लाईया सा लगता है,
और अब इससे ज़्यादा मैं और उसमे खो नही सकता,
बढ़ चुका है इश्क़ मेरा बस उस से कुछ इस कदर,
के किसी और के प्यार का बीज अब मैं बो नही सकता,
यूँ दिल ही दिल में रो कर अब हार चुके है हम,
पर इस मतलबी दुनिया के सामने मैं रो नही सकता।।*_“`
3.
किसी और के साथ वो ख्वाब सज़ा कर ख़ुश है,
वो मेरे घर के दिये बुझा कर ख़ुश है,
अब मैं अपने घर को कभी रोशन नही करता,
के वो मुझे इस अंधेरे में ला कर ख़ुश है,
अब हँसने की कोशिश भी करू तो मैं हँस नही पाता,
क्योंकि वो शख्स तो मुझे बस रुला कर ख़ुश है
4.
मेरे साथ जो किया वो किसी और के साथ मत करना,
अगर मन ना माने तो उलझाने के लिए बात मत करना,
मैं इतना बुरा नही के तुम्हे गलत कहूँ,
पर कोई और तुम्हे बुरा कहे, ऐसे हालात मत करना।।
5.दिल टूटा है हमारा शायद टूट जाने के लायक था,
मैं ठहरा बदनसीब , कहाँ उसे पाने के लायक था,
वो बार बार तोड़कर भी मुझे आज़माता ही रहा,
और टूटने के बाद भी मैं फिर आज़माने के लायक था,
फ़क़्त लफ्जी मोहब्बत थी, सच्ची कहाँ यार थी,
मैं कहाँ अपनी मोहब्बत उसे दिखाने के लायक था,
वो झूठ की डोर पर उड़ा रहे थे उस पतंग को,
पर शायद वो सच ही बहुत छुपाने के लायक था,
ये बात नही थी कि हमे प्यार नही था उनसे,
पर उस बात पर तो गुस्सा जताने के लायक था,
सब साथ छोड़ गए हमारा हमसे दूर हो गए,
सही है मैं भी कहाँ साथ निभाने के लायक था।
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किसी को गम देकर ख़ुशियाँ पाना मुझे अच्छा नही लगता,
किसी के रिश्तों के बीच में आना मुझे अच्छा नही लगता,
चाहे बात मतलब की हो या किसी बिना मतलब की यारो,
औरों की तरह किसी का दिल दुखाना मुझे अच्छा नही लगता।
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आसमान पर गए अहम को कभी उतारना भी पड़ता है,
खुश होने के लिए कभी खुशियों को मारना भी पड़ता है,
सब कहतें है की सिर्फ जीतने से ही खुशियां मिलती है,
पर बात प्यार की हो तो कभी कभी हारना भी पड़ता है,
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सब छोड़ गए थे मुझे एक बारिश थी जो मेरे साथ रोती रही,
मैं भीगता रहा खुद की बारिश में और बाहर बरसात होती रही,
मैं सोना चाह रहा था एक नींद चैन से दो घड़ी आराम से,
पर किसी की याद की वजह से ये आंखे वो नींद खोती रही।।