Hssc Cet News : हरियाणा सरकार के विभागों, बोडों, निगमों, विश्वविद्यालयों वैधानिक संस्थाओं और प्रदेश सरकार की तरफ से संचालित अन्य एजेंसियों में ग्रुप सी और ग्रुप डी पदों (Group C And Group D ) पर चयन के लिए कॉमन सीइटी की पिछले साल के जारी नोटिस में बदलाव होगा।
हालांकि सरकार ने अधिसूचना (Haryana Cet Notification) जारी कर दी थी, मगर अभी तक सीईटी परीक्षा (Cet Exam) ही नहीं हुई। । नतीजतन कोई भर्ती भी नहीं हो पाई। सीईटी पिछले साल अधिसूचित करने से हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) ने शिक्षकों समेत विज्ञापित लगभग 9000 पद वापस ले लिए हैं। अब संशोधित अधिसूचना के बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू हो पाएगी। एचएसएससी ने पुरानी अधिसूचना में कई संशोधन सुझाए थे। इसलिए ये संशोधन हो रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने संशोधित सीईटी पालिसी को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। अब केवल प्रक्रियात्मक कारवाई बची है। जिसकी संशोधित पालिसी की अधिसूचना जारी हो गतगी।
Hssc Cet Score : सीईटी स्कोर से कैसे होगी भर्ती
सीइटी स्कोर (Cet Score) के अनुसार हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग सीईटी (Hssc Cet) से पहले विज्ञापित पदों के लिए उम्मीदवारों से इच्छा पूछेगा। इसके लिए अगर पदों की संख्या 30 से कम है तो सीइंटी स्कोर के उम्मीदवारों में से पांच गुना ही इच्छा जता सकेंगे। अगर पदों की संख्या 30 से 40 के बीच है तो 150 ही इच्छा जता सकेंगे। अगर पदों की संख्या 40 से ज्यादा है तो चार गुना इच्छा जता सकेंगे। इसके लिए आयोग कट ऑफ मार्क्स (Cet Cut off marks) भी बताएगा अगर ज्यादा उम्मीदवारों ने इच्छा जता दी तो इस संख्या के बाद वालों को इग्नोर कर दिया जाएगा। अगर यह संख्या पूरी नहीं होती तो आयोग अन्य उम्मीदवारों को इच्छा जताने के लिए कहेगा। इसके बाद आयोग लिखित परीक्षा लेगा इच्छा जताने वाले उम्मीदवारों को फिर अनारक्षित पद के लिए कम से कम 50 फीसदी और आरक्षित पद के लिए कम से कम 40 फीसदी अंक प्राप्त करने होंगे। यहां प्राप्त अंकों में सामाजिक आर्थिक मानदंड के 2.5 फीसदी अंक फिर से जोड़े फिर जाएंगे।
यानी अगर लिखित परीक्षा के कुल अंक 100 हैं तो लिखित परीक्षा 97.5 अंकों की होगी। इसमें अगर किसी के 80 अंक आते हैं और वह सामाजिक आर्थिक मानदंड के अधिकतम 2.5 प्रतिशत अंक प्राप्त करने के योग्य है तो उसके कुल अंक 82.5 प्रतिशत बन जाएंगे। इस तरह लिखित परीक्षा का मेरिट आधार पर परिणाम घोषित होगा। अगर किसी के 50 या 40 फीसदी अंक प्राप्त नहीं होते तो जितने पद रिक्त रह जाएंगे, उन्हें दोबारा से विज्ञापित किया जाएगा।
Haryana Cet : सीईटी में सामाजिक-आर्थिक मानदंड के लिए ये हैं शर्तें
तलाकशुदा महिला उम्मीदवार स्वयं, पिता, माता, अविवाहित भाई और पुत्र।
विधवा उम्मीदवार जो अपने माता पिता के साथ रह रही है स्वयं, पिता, माता, अविवाहित भाई।
विधवा उम्मीदवार जो अपने ससुराल में रह रही है स्वयं ससुर, सास, अविवाहित देवर, जेठ और पुत्र ।
विधवा उम्मीदवार जो अकेले रह रही है स्वयं और पुत्र।
विवाहित महिला उम्मीदवार : स्वयं पति, ससुर, सास, अविवाहित देवर या जेठ और पुत्र।
पुरुष उम्मीदवार स्वयं, पिता, माता, पत्नी, अविवाहित भाई और पुत्र । अविवाहित महिला उम्मीदवार : स्वयं, पिता, माता, अविवाहित भाई।
अगर आवेदक हरियाणा निवासी विधवा है या पहला या दूसरा बच्चा है और पिता की मौत 42 साल की उम्र पूरी करने से पहले हो गई है या पहला या दूसरा बच्चा है और पिता की मौत बच्चे की 15 साल उम्र पूरी होने से पहले हो गई है तो 5 प्रतिशत अंक सीईटी के लिए सामाजिक आर्थिक मानदंड के मिलेंगे।
अगर आवेदक हरियाणावासी है और विमुक्त जाति और टपरीवास से संबंध रखता है तो 5 प्रतिशत अंक मिलेंगे।
अगर आवेदक के पास समकक्ष पद या उच्चतर पद का सरकारी विभाग, बोर्ड, निगम, कंपनी, वैधानिक बोगी आयोग अथॉरिटी, सहाकरी बैंक का अनुभव है तो छह महीने के लिए आधा प्रतिशत अंक मिलेगा। अधिकतम आठ वर्षों तक के अनुभव के अंक मिलेंगे यानी अधिकतम 4 प्रतिशत अनुभव के अंकों के लिए 1.80 लाख रुपये तक की सालाना आय की शर्त लागू नहीं होगी। अन्य मानदंडों के लिए शर्त लागू होगी। अगर कोई उम्मीदवार सामाजिक-आर्थिक मानदंड के सभी मानदंडों के नंबरों का पात्र हो तो भी सीईटी के लिए अधिकतम 5 प्रतिशत और एचएसएससी की परीक्षा में अधिकतम 2.5 प्रतिशत अंक ही मिलेंगे।
परिवार पहचान पत्र, आधार कार्ड नहीं तो दोगुना फीस लगेगी
अगर कोई उम्मीदवार सीईटी के लिए पंजीकरण कराता है तो उसे परिवार पहचान पत्र या आधार कार्ड देना या न देना वैकल्पिक होगा। अगर कोई परिवार पहचान पत्र / आधार कार्ड नंबर नहीं देगा तो उसे दोगुना फीस देनी होगी। जिनके पास परिवार पहचान पत्र या आधार कार्ड नहीं है, वे भी पंजीकरण के योग्य हैं। पंजीकरण के लिए हरियाणावासियों और गैर हरियाणावासियों को यह देनी होगी फीस।
सीईटी टेस्ट के अंकों में सामाजिक-आर्थिक मानदंड के 5 प्रतिशत अंक जुड़कर सीईटी स्कोर बनेगा
सीईटी की परीक्षा में जनरल उम्मीदवारों को कम से कम 50 प्रतिशत अंक लेने होंगे जबकि आरक्षित उम्मीदवारों को 40 प्रतिशत अंक लेने होंगे। अगर इनसे कम होंगे तो वह भर्ती की अगली प्रक्रिया के लिए अयोग्य होगा और उसे दोबारा सीईटी टेस्ट देना होगा। सीईटी परीक्षा में जितने अंक आएंगे, उसमें सामाजिक आर्थिक मानदंड के अधिकतम 5 प्रतिशत अंक जोड़कर सीईटी स्कोर बनेगा। यही सीईटी स्कोर आयोग की वेबसाइट पर अपलोड होगा। उदाहरण के तौर पर अगर सीईटी के कुल अंक 100 + हैं तो सीईटी की लिखित परीक्षा में अधिकतम अंक 95 होंगे। इसमें किसी के 80 अंक आते हैं और सामाजिक-आर्थिक मानदंड के अधिकतम 5 अंक मिलते हैं तो उम्मीदवार का सीईटी स्कोर 85 होगा। लिखित परीक्षा में जनरल को 47.5 अंक और आरक्षित को 40 अंक लेना जरूरी है। इस तरह उम्मीदवारों के सीइंटी स्कोर तय होंगे।
हरियाणा ग्रुप सी और ग्रुप डी भर्ती के लिए योग्यता
ग्रुप सी पदों के लिए 10+2 न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता होगी जबकि ग्रुप डी पदों के लिए 10वीं या ग्रुप डी एक्ट में निर्धारित न्यूनतम योग्यता जरूरी होगी। दसवीं या ऊंची कक्षाओं में एक विषय हिंदी या संस्कृत का होना आवश्यक है। जो उम्मीदवार सीईटी के लिए ग्रुप सी या डी पदों के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता के पेपर में उसी साल बैठ रहा है तो वह भी सीईटी में बैठ सकेगा। उदाहरण के लिए अगर जिस साल में सीईटी हो रहा है, ग्रुप डी के लिए न्यूनतम योग्यता 10वीं पास है और कोई उम्मीदवार उसी साल 10वीं परीक्षा देने वाला है तो वह भी सीईटी में बैठ सकेगा। सीईटी हर साल होगा या जैसा सरकार समय-समय पर तय करेगी। सामाजिक-आर्थिक मानदंड के अंक उन उम्मीदवारों को मिलेंगे, जिनकी पारिवारिक आय 1.80 लाख रुपये तक सालाना है। मगर अनुभव के अंकों के लिए यह आय सीमा बाधा नहीं होगी।